वन विभाग पर लगाया जबरन ट्रैक्टर ले जाने और अवैध वसूली करने का आरोप

हरिद्वार। श्री निर्मल पंचायती अखाड़ा के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने वन विभाग के कर्मचारियों पर जबरन ट्रैक्टर ले जाने और अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है। कनखल स्थित अखाड़े में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने आरोप लगाते हुए कहा कि बृहष्पतिवार को एक्कड़ कलां स्थित अखाड़े की शाखा में सेवादार कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर अखाड़े के बाग से सूखी लकड़ियां एकत्र कर ट्रैक्टर से अखाड़े में ला रहे थे। इसी दौरान वहां पहुंचे वन विभाग के कुछ कर्मचारियों ने सेवादारों पर पेड़ काटने का आरोप लगाते हुए उन्हें डरा धमकाकर अवैध वसूली का प्रयास किया। सेवादारों ने इसका विरोध किया और उन्हें सूचित किया। उन्होंने इसकी सूचना डीएफओ व रेंजर को दी। अधिकारियों से मौका मुआयना करने का अनुरोध किया गया। लेकिन कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। केवल एक टीम भेज दी गयी। टीम में शामिल कर्मचारी जांच करने के बजाए अखाड़े के ट्रैक्टर को जबरन अपने साथ ले गए। इस दौरान कर्मचारियों ने गुण्डागर्दी दिखाते हुए अखाड़े में लगे सीसीटीवी कैमरे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। अखाड़े के सेवादारों के साथ ऐसा व्यवहार वन विभाग की औछी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि घटना का पूरा वीडियो अखाड़े के पास है। वन विभाग के आला अधिकारियों को मामले को तत्काल संज्ञान में लेकर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। हिन्दु रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानन्द गिरी महाराज ने कहा कि वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा पेड़ काटने जैसा झूठा आरोप लगाकर अखाड़े से अवैध वसूली करने का प्रयास बेहद चिंतनीय है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि संतों का उत्पीड़न सहन नही किया जाएगा। यदि ट्रैक्टर वापस नहीं किया गया तो थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज करायी जाएगी। एक्कड़ कलां शाखा के मुकामी महंत अमनदीप सिंह महाराज ने कहा कि अखाड़े के संतों व सेवादारों को परेशान करने के लिए वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा सोची समझी साजिश के तहत झूठे आरोप लगाकर विवाद बनाया जा रहा है। बजरंग दल के जिला सहसंयोजक जिवेंद्र तोमर ने बताया कि पूरी घटना उनकी मौजूदगी में हुई। उन्होंने भी मनमानी कर रहे वन विभाग के कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन वे नहीं माने और जबरन ट्रैक्टर अपने साथ ले गए।यदि अखाड़े का ट्रैक्टर वापस नहीं किया गया तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान महंत सतनाम सिंह, महंत विरेंद्र हरि, संत खेमसिंह, संत जसकरण सिंह, संत तलविन्द्र सिंह, संत सिमरन सिंह, संत रामस्वरूप सिंह आदि भी मौजूद रहे।