बाल संरक्षण केन्द्रों में लापरवाही बरतने वाले चार संविदाकर्मियों की छुटटी

हरिद्वार। बाल संरक्षण केंद्रों में लापरवाही मिलने पर जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने चार कर्मचारियों की छुट्टी कर दी है। संविदा पर तैनात इन कर्मचारियों का कार्यकाल नहीं बढ़ाया गया है। इनकी जगह नए कर्मचारियों की तैनाती करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जिले में तीन प्रकार के बाल संरक्षण केंद्र चल रहे हैं। इनमें बाल सुधार गृह, बाल गृह केंद्र और विशेष गृह शामिल हैं। बाल सुधार गृह में साधारण अपराध की श्रेणी में आने वाले बच्चों को रखा जाता है। बाल गृह केंद्रों में अनाथ बच्चों को रखा जाता है। वहीं, बड़े अपराध और सजा काटने वाले बच्चों को विशेष गृह में रखा जाता है। लेकिन, इन बाल संरक्षण केंद्रों से लगातार किशोरों के भागने की घटनाएं होती रहती हैं। हाल ही में बाल गृह से भी एक किशोर लापता हो गया था। हालांकि बाद में पुलिस ने किशोर को बरामद कर लिया था। लेकिन, जिलाधिकारी ने बाल संरक्षण केंद्रों से लगातार किशोरों के भागने की घटनाओं को गंभीरता से लिया है। उन्होंने बताया कि बाल संरक्षण केंद्रों में तैनात चार कर्मचारियों की लापरवाही सामने आ रही है। चेतावनी के बावजूद इनकी कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आ रहा है। इसके चलते बाल संरक्षण केंद्रों में तैनात चार कर्मियों को हटा दिया गया है। हालांकि, उन्होंने बताया कि संविदा पर तैनात इन कर्मचारियों का कार्यकाल भी समाप्त हो गया था। लेकिन, इन्हें आगे तैनाती देने के लिए नवीनीकरण नहीं किया गया, जबकि शेष 26 कर्मचारियों का नवीनीकरण करते हुए इनका कार्यकाल फिर से बढ़ा दिया गया है। डीएम ने बताया कि हटाए गए संविदा कर्मचारियों की जगह नए कर्मियों की तैनाती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि बाल संरक्षण केंद्रों में लापरवाही किसी हालत में भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए अब बाल संरक्षण केंद्रों की लगातार सुरक्षा समीक्षा की जाएगी।