देवी की आराधना से समूल पापों को होता है नाश
हरिद्वार। मां चण्डी देवी की आराधना मात्र से ही व्यक्ति के समूल पापों का नाश हो जाता है। वह यश कीर्ति वैभव से समृद्ध होकर मनवांछित फल प्राप्त करता है। उक्त उद्गार नील पर्वत स्थित सिद्धस्थल मां चण्डी देवी मंदिर परमार्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित महाराज ने गुप्त नवरात्र की नवमी को मंदिर प्रांगण में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करने वाली मां चण्डी देवी की विधानपूर्वक पूजा अर्चना करने से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। गुप्त नवरात्रों में की गयी मां चण्डी देवी की पूजा सदैव लाभदायक होती है। उन्होंने कहा कि मानव जाति के कल्याण के लिए मां चण्डी नील पर्वत पर साक्षात विराजमान है। जो अनादि काल से अपने भक्तों का कल्याण कर रही है और नवरात्रों में मां की आराधना से सहस्त्र गुणा पुण्य फल की प्राप्ति होती है। श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि गुप्त नवरात्र में की गयी मां भगवती की आराधना साधक को सुख समृद्धि और वैभव प्रदान करती है। भगवती की कृपा से भक्त के सभी संकट दूर हो जाते हैं। भगवती की कृपा से देश में पहले की तरह जन जीवन सामान्य होगा। देश दुनिया में खुशहाली आएगी। सभी को नियम पूर्वक विधि विधान के साथ मां भगवती की आराधना अवश्य करनी चाहिए।