मांगो के समर्थन में लेखपालों का तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार शुरू

हरिद्वार। मांगों को लेकर प्रदेश संगठन के आहवान पर जनपद हरिद्वार सहित उत्तराखंड में लेखपालों ने मंगलवार से तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। हरिद्वार से शुरू हुआ विरोध अब सभी जिलों में फैल चुका है।‘संसाधन नहीं तो काम नहीं’के नारे के साथ लेखपालों ने तहसीलों में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।लेखपालों की मुख्य मांगें हैं फील्ड वर्क के लिए वाहन सुविधा,कंप्यूटर व इंटरनेट जैसी बुनियादी संसाधन,यात्रा भत्ता और कार्यालयीय सहायक की नियुक्ति।लेखपाल संघ के प्रदेश महामंत्री ताराचंद्र घिल्डियाल ने आज हरिद्वार में धरना स्थल से चेतावनी दी कि यदि सरकार और राजस्व परिषद ने उनकी मांगों पर 29मई तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया,तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।उनका कहना है कि लेखपालों पर बिना संसाधन के काम का अतिरिक्त बोझ डालना न केवल अन्याय है,बल्कि प्रशासनिक अक्षमता भी दर्शाता है।यदि जल्द हल नहीं निकाला गया,तो इसका असर न केवल खतौनी खातों और सीमांकन जैसे मामलों पर पड़ेगा,बल्कि किसान रजिस्ट्रेशन,आपदा राहत और सरकारी योजनाओं की निगरानी जैसी अहम प्रक्रियाएं भी ठप हो सकती हैं।