दस हजार से अधिक मोबाइल फोन,एक हजार मजदूरों से पूछताछ का मिला परिणाम
पुलिस ने किया दिल्ली निवासी युवक की हत्या का खुलासा
हरिद्वार। रवासन नदी के किनारे एक अज्ञात युवक का शव मिलने का थाना श्यामपुर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। युवक की हत्या कर शव नदी किनारे फेंका गया था। मृतक दिल्ली का रहने वाला था और उधार के रूपए नहीं लौटाने पर उसके दो सााथियों ने रस्सी से गला घोटकर हत्या की थी। हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि बीती 24नवम्बर को थाना श्यामपुर अंतर्गत रवासन नदी किनारे एक युवक का शव बरामद हुआ था। पुलिस के काफी प्रयास करने के बाद भी मृतक की पहचान नहीं हो पायी थी। घटना के खुलासे के पुलिस व सीआईयू टीम का गठन किया गया। लेकिन मृतक की पहचान ना हो पाना पुलिस टीम के लिए बड़ा चैलेंज था। पुलिस टीम ने आसपास काम कर रहे लगभग 1000हजार मजदूरों और ठेकेदारों का सत्यापन किया। साथ ही कई टीमों ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर,बलिया,नजीबाबाद,बरेली तक के थानों में जाकर भौतिक रूप से मृतक की शिनाख्त के प्रयास किए। मौके से उठाए गए डंप डाटा से प्राप्त लगभग 10000से अधिक मोबाइल नंबरों की जांच की गयी। इसके बावजूद मृतक की शिनाख्त नहीं हो पा रही थी। घटनास्थल जंगल होने और आसपास लेबर के अलावा अन्य कोई भी आबादी न होने के कारण कुछ पता नहीं चल पा रहा था। जांच पड़ताल के दौरान घटना स्थल से कुछ दूरी पर स्थित रवासन के कांटे के एक कैमरे के फोकस का छोटा सा एंगल मुख्य हाईवे को कवर करता मिला। देर रात पेड़ों पर पड़ती मद्धिम रोशनी की किरणों के आवाजाही का मैप तैयार कर टीम द्वारा संभावित गाड़ियों का चंडी चौक तक लगभग 20 किमी तक पीछा किया गया। इस दौरान शहर के लगभग 500से भी ज्यादा कैमरों जांच की गयी। तब संभावित संदिग्ध मोटर साइकिलों की गतिविधियों को देख मुखबिर तंत्र तथा टेक्निकल मदद से दोनों को कोतवाली नगर क्षेत्र में स्थित एक होटल तक जाते हुए चिन्हित किया गया। पुलिस के लिए यह एक बहुत छोटी सी आशा की किरण थी जिसको पुलिस की कई टीमों द्वारा मिलकर डेवलप किया गया। सभी प्रयासों के पश्चात आखिरकार मृतक की पहचान अभय शर्मा उर्फ हनी निवासी पश्चिमी दिल्ली के रुप में हुई। पुलिस टीम के दिल्ली में जांच करने पर जानकारी मिली कि मृतक अय्याश किस्म का मौजी व्यक्ति था और हाल फिलहाल फ्लैट बिकने से काफी पैसों का मालिक भी हो गया था। अय्याश हरकतों के चलते मृतक अपनी माता या घर वालों से कोई संबंध नहीं रखता था। मृतक सट्टा लगाने के साथ साथ दिल्ली क्षेत्र में लड़की सप्लाई करने का काम भी करता था। मृतक हनी का पिछले कुछ महीनों से आरोपी पेश से ड्राइवर नीरज शुक्ला व नागेंद्र से खास दोस्ताना था। तीनों अय्याश होने के चलते लड़की बाजी तथा सट्टाबाजी का भी शौक रखते थे। मृतक का तांत्रिक विद्या पर विश्वाश होने पर वह सट्टे में मोटी रकम जीतने के लालच में कई बार तांत्रिक के पास जा चुका था। अय्याशी व सट्टे के कारण इधर उधर से लाखों का कर्जा होने पर उसने नीरज शुक्ला के माध्यम से भी लोगों से लाखों का उधार ले रखा था। हनी द्वारा नीरज से उधार लिए पैसे न लौटाने पर कर्जदार लगातार नीरज के पास आकर पैसे वापस मांग रहे थे। इसी बीच हनी ने अपना दिल्ली स्थित फ्लैट बेचा था। जिससे उसे लगभग 30 लाख रूपए मिले थे। लेकिन उसने काफी पैसा अय्याशी में उड़ा दिया था। नीरज द्वारा उसे पैसे उड़ाने पर रोका जाता था और उधार ली गयी रकम लौटाने के लिए कहा जाता था। बार-बार कहने पर भी पैसे नहीं लौटाने पर नीरज शुक्ला को लग गया कि उसे लाखों रूपए डूबने वाले हैं। इस पर नीरज ने अपने साथ नागेंद्र को लिया और दोनों ने एक प्लानिंग के तहत चुपके से मृतक के मोबाइल नंबर के पासवर्ड, एटीएम का पासवर्ड, बैंक का अकाउंट नंबर आदि जानकारी एकत्र कर ली। खुद की उधारी वापस न मिलने व मृतक के खाते में बची लाखों की धनराशि को हड़पने के लिए आरोपियों ने मृतक को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। मृतक सट्टा खेलने का आदि था और तांत्रिक प्रक्रिया में भी विश्वास रखता था। नीरज एक बार मृतक को कोलकाता तांत्रिक के पास लेकर गया था। नीरज ने हनी को बताया कि हरिद्वार में एक बड़ा तांत्रिक है, जो बिल्कुल सही सट्टे का नंबर बताता है। प्लान के मुताबिक आरोपी नीरज व नागेंद्र मृतक को तांत्रिक के पास ले जाने के बहाने हरिद्वार ले आए और साजिश के चलते रात को जब मृतक को नशा हो गया तो नशे की हालत में दोनों आरोपियों ने मुख्य सड़क से लगभग 200मीटर अंदर सुनसान इलाके में नदी के बीच में जाने के बाद पीछे से गले में रस्सी लगाकर हनी का गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने पहचान मिटाने के लिए मौके पर ही मौजूद पत्थर से मृतक अभय शर्मा उर्फ हनी के चेहरे को बिगाड़ दिया। इसके बाद दोनों आरोपी मृतक के पैसे और मोबाइल निकाल कर उसकी बाइक लेकर चले गए और मृतक के पैसों से अय्याशी शुरू कर दी। पुलिस टीम ने आरोपी नीरज शुक्ला पुत्र त्रिभुवन शुक्ला निवासी विकासपुरी दिल्ली को नहर पटरी सोनाली पुल के पास से दबोचकर उसके कब्जे से मृतक के खाते से निकाले गए 104000रुपए बरामद किए गए और मृतक के खाते में मौजूद लगभग 800000फ्रिज करवाए। फरार आरोपी नागेंद्र पुत्र सिंहराज निवासी भुवापुर थाना तिगांव जिला फरीदाबाद की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को रवाना किया गया है। ’पुलिस टीम में सीओ जूही मनराल,थानाध्यक्ष श्यामपुर नितेश शर्मा,चंडी घाट चौकी प्रभारी एसआई विक्रम बिष्ट ,लालढांग चौकी प्रभारी एसआई गगन मैठाणी,एसआई मनोज रावत,एसआई अजय कृष्णा ,एसआई अंजना चौहान,एएसआई इरशाद मालिक,एएसआई रणजीत चहौहन,हेड कां. मनमोहन सिंह,बृजमोहन,शेर सिंह,कांस्टेबल श्वेत,राहुल देव,रमेश,सुशील,कृष्ण भारद्वाज,सौरभ रावत ,सीआईयू इंस्पेक्टर दिगपाल कोहली,एसओजी कांस्टेबल वसीम व विवेक तथा लक्ष्मण,विपुल ,अर्जुन,गाजीवाली ग्राम प्रधान देवेंद्र नेगी आदि एसपीओ शामिल रहे।