नगर निगम की टीम ने बृहद पैमाने पर चलाया सफाई अभियान


 हरिद्वार। कॉवड़ मेला समापन के बाद गंगा घाटों सहित विभिन्न क्षेत्रों में फेली गंदगी को हटाने के लिए नगर निगम ने सफाई अभियान तेज कर दिया। नगर निगम की टीम ने शुक्रवार देर रात से शनिवार सुबह तक नगर स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में हर की पैड़ी सहित आस पास के गंगा घाट पर बड़े स्तर से सफाई अभियान चलाया। नगर आयुक्त ने कांवड़ मेला समाप्त होते ही गंगा घाटों की सफाई देर रात से ही शुरू करने के निर्देश दिए थे इसके बाद नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर तरुण मिश्रा के नेतृत्व में बेहद स्तर पर हर की परी और उसके आसपास के घाटों पर सफाई अभियान शुरू कर दिया गया कांवड़ मेले का शुक्रवार को विधिवत समापन हो गया। सैनिटेशन सेल प्रभारी श्रीकांत के अनुसार शुक्रवार देर रात से शनिवार सुबह तक 7 घंटे चले सफाई अभियान में 6250 मेट्रिक टन कूड़ा गंगा घाटों से उठाया गया। ज्ञात रहे कि सफाई व्यवस्था के लिए 450 नियमित और 125आउटसोर्स कर्मियों के अलावा कांवड़ मेला अवधि के लिए एक हजार अतिरिक्त सफाई कर्मी भी रखे गए। बहरहाल नगर निगम प्रशासन ने सफाई व्यवस्था को ढर्रे पर लाने को विशेष अभियान चलाकर सफाई व्यवस्था ढर्रें पर लाने का दावा कर रहे है। कांवड़ यात्रियों ने खाद्य पदार्थ,प्लास्टिक की बोतल,पालीथिन, पन्नी,कपड़े,जूते-चप्पल आदि सामान कूड़ेदान में डालने के बजाए सड़क और गंगा घाटों पर ही फेंक दिया। प्रशासनिक आंकड़ों को सही मानें तों कांवड़ मेले में सवा चार करोड़ से अधिक कांवड़ यात्री पहुंचे। रोजाना औसतन 420 एमटी कूड़ा निकला। इस हिसाब से कांवड़ मेले की समाप्ति तक 4500एमटी से अधिक कूड़ा निकला। जिसके उठान और निस्तारण को नगर निगम क्षेत्र को सात जोन में विभाजित करते हुए सफाई निरीक्षकों की तैनाती की गयी। मेला क्षेत्र में सफाई के लिए अतिरिक्त एक हजार सफाई कर्मियों की तैनाती की गयी। दावा किया जा रहा है कि एक अगस्त तक इन सफाई कर्मियों ने 4636 एमटी कूड़े का उठान किया। वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी, डा तरुण मिश्रा के अनुसार कांवड़ यात्रियों की भीड़ के चलते कूड़ा वाहनों के संचालन में थोड़ी दिक्कतें पेश आयी। घाटों पर जमा कूड़े के ढेर को युद्धस्तर पर समेटा जा रहा है। जल्द व्यवस्था पटरी पर आ जाएगी।